इंडिया न्यूज, आगरा:
Chilli prices rise पहले नीबू और अब हरी मिर्च के दाम आसमान छूने की तैयारी में हैं। मिर्च का भाव 100 से 180 पहुंच गया है। हालात यह है कि जनवरी में हुई बारिश, ओलावृष्टि और ठंड ने फिरोजाबाद में मिर्च की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया। किसानों को फसल की समाप्ति के दौर में खर्चा निकलने की उम्मीद थी। मंडियों में मांग भी है, लेकिन मिर्च में कीड़ा लगने से उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। फसल में कीट भी ऐसा कि कीटनाशक भी काम नहीं कर रहा है।
बड़े स्तर पर होती मिर्च की खेती Chilli prices rise
फिरोजाबाद जिले के नारखी क्षेत्र में मिर्च की खेती बड़े स्तर पर होती है। वहां के किसान मसाले की मिर्च के साथ ही अचारी और शिमला मिर्च भी उगाते हैं। जिसकी दिल्ली की मंडी में काफी डिमांड रहती है। पिछले साल किसानों ने चार हजार हैक्टेअर क्षेत्र में मिर्च की फसल तैयार की थी।
जनवरी के दूसरे पखवाड़े से मिर्च टूटना शुरू होती उससे पहले बारिश और ओलावृष्टि ने 40 फीसद तक फसल बर्बाद कर दी। रही सही कसर ठंड ने पूरी कर दी।फरवरी से थोड़े हालात सुधरे। उत्पादन कम होने से मंडियों में आवक कम हुई तो मिर्च के भाव आसमान पर पहुंच गए। मार्च में अचारी और मसाले की मिर्च का भाव 100 से 180 रुपये तक पहुंच गया। किसानों को उम्मीद थी कम उत्पादन की पूर्ति भाव अच्छा होने से हो जाएगी, लेकिन कीड़ा लगने से ये उम्मीद भी टूट रही है।