Homeguard Foundation Day2022
इंडिया न्यूज, देहरादून (Uttarakhand)। उत्तराखंड में मंगलवार को होमगार्ड स्थापना दिवस मनाया गया। इस मौके पर जवानों ने रैतिक परेड का आयोजन किया। कमांडेंट जनरल केवल खुराना के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी ने परेड की सलामी ली। इस दौरान जवानों ने कई हैरतअंगेज करतब भी दिखाए। इसके साथ ही कार्यक्रम में जवानों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया। सीएम धामी ने कहा कि पूरी लगन एवं परिश्रम के साथ होमगार्ड्स जवानों द्वारा अपने कर्तव्य का निर्वहन किया जाना हम सभी के लिए अनुकरणीय है।
बता दें कि होमगार्ड मुख्यालय नानुरखेड़ा में हर वर्ष छह दिसंबर को परेड का आयोजन किया जाता है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस मौके पर महिला प्लाटून की भर्ती करने, भोजन भत्ता, ड्यूटी भत्ता, मानदेय में बढ़ोत्तरी आदि बड़ी घोषणाएं भी की।
जानिए सीएम की बड़ी घोषणाएं
- 10 जनपदों-ऊधमसिंहनगर, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, रूद्रप्रयाग, पौड़ी, उत्तरकाशी और टिहरी में महिला होमगार्ड्स स्वयंसेवकों की एक-एक महिला प्लाटून (कुल संख्या-330) पदों पर भर्ती की जाएगी।
- एक जनपद से दूसरे जनपद में ड्यूटी व राज्य की सीमा में निर्वाचन ड्यूटी एवं रैतिक परेड में तैनात होने वाले होमगार्ड्स स्वयंसेवकों को 180 रुपये प्रतिदिवस भोजन भत्ता प्रदान किया जाएगा।
- होमगार्ड्स की ड्यूटी के 24 घंटे के भीतर घायल/बीमार होने वाले होमगार्ड्स स्वयंसेवकों को पूरे सेवाकाल में चिकित्सालय में भर्ती होने पर अधिकतम 06 माह तक ड्यूटी भत्ता प्रदान किया जाएगा।
- अवैतनिक प्लाटून कमांडर के मानदेय में 1000 से 1500 रुपये प्रतिमाह अवैतनिक सहायक कंपनी कमांडर के मानदेय में 1200 से 2000 रुपये प्रतिमाह एवं अवैतनिक कंपनी कमांडर के मानदेय में 1500 से 2500 रुपये प्रतिमाह बढ़ोतरी की जाएगी।
आज देहरादून में होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रैतिक परेड का निरीक्षण, होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा की स्मारिका का विमोचन करने के साथ ही होमगार्ड जवानों के लिए बनाए गए एप "पहल" का शुभारंभ भी किया। pic.twitter.com/XiPBBKJERG
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 6, 2022
मोबाइल एप्लीकेशन हुई लांच
होमगार्ड्स दिवस के अवसर पर होमगार्ड स्वयंसेवकों के मानसिक एवं भावनात्मक समृद्धि के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए ‘पहल’ नाम की मोबाइल एप्लीकेशन लांच कर एक अनोखी शुरुआत की गई। यह एप्लीकेशन ‘स्कूल ऑफ लाइफ’ नामक संस्था के सहयोग से लांच की गई।
इसके माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित अलग-अलग संसाधन, जैसे मनोवैज्ञानिक सेवाएं, व्यक्तिगत काउंसलिंग और आत्म सहायता के लिए कई विडियो संसाधन घर बैठे निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
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