इंडिया न्यूज, प्रयागराज:
Huge jump in the price of lemon महंगाई आम नागरिकों का बजट बिगाड़ रही है। पेट्रोल और डीजल के दामों में बढोत्तरी हो रही ही है। इसके संग नीबू के दाम भी आसमान छू रहे हैं। वहीं अन्य सब्जियां भी महंगाई से बच नहीं पायी है। इनमें सबसे ज्यादा मार नींबू पर है। बाजार में एक नींबू की कीमत 8 से 10 रुपये हो गई है। वहीं नीबू की कीमत सुनकर ही लोगों के माथे पर पसीना आ रहा है। मुंडेरा मंडी के व्यापारी मनोहर लाल ने बताया कि कोरोना के चलते बीते दो सालों में होटल इंडस्ट्री ठप पड़ी हुई थी, शादियों का काम भी काफी हल्का था जिससे नींबू की मांग घट गई थी और हालात यह हुआ कि 10 रुपये किलो तक किसानों को अपनी फसल के दाम मिले। अब इसमें सुधार हुआ है।
किसानों की बेरुखी की वजह से बढ़ गया नींबू का दाम Huge jump in the price of lemon
किसानों ने नींबू के प्रति बेरुखी दिखाई और कीटनाशकों का छिड़काव नींबू पर नहीं किया, जिसका असर पैदावार पर पड़ा है। वहीं मौसम की मार का भी असर फसल पर पड़ा है। जिसके कारण नींबू की पैदावार काफी कम हुई है। मांग के अपेक्षा आपूर्ति नहीं होने का भी असर नींबू के कीमतों पर पड़ रहा है।
मांग के अनुरूप नहीं हो रही है आपूर्ति Huge jump in the price of lemon
फल कारोबारियों व अढ़ातियों का कहना है कि नींबू आंध्र प्रदेश और भुसावल से आ रहा है। वहीं मांग के सापेक्ष आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है। जिले में प्रतिदिन दो कुंतल से अधिक की नींबू की खपत है। जिसके पूरा नहीं हो पाने का असर इसके दामों पर भी पड़ा है। कौशांबी, प्रतापगढ़ समेत आसपास के जिलों में नींबू की फसल पर भी असर पड़ा है। इसके साथ ही नवरात्र व रमजान का भी असर नींबू पर पड़ रहा है।
शिकंजी और रस बेचने वाले परेशान Huge jump in the price of lemon
शिकंजी व गन्ने का रस बेचने वाले भी परेशान हैं। नींबू की बढ़ी कीमतों का असर शिकंजी व गन्ने का रस बेचने वालों पर भी पड़ा है। नींबू की बढ़ी कीमतों के कारण कई शिकंजी के दुकानदारों ने बाजार से दुकान को ही हटा लिया है। वहीं कुछ ने शिकंजी के दाम को भी बढ़ा दिया है। गन्ने का रस बेचने वाले भी रस में नींबू का प्रयोग करने से बच रहे हैं।
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