Wednesday, May 31, 2023
Homeमनोरंजनप्रदेश में वन क्षेत्र 7.5 प्रतिशत किया जाएगा : धर्मसोत

प्रदेश में वन क्षेत्र 7.5 प्रतिशत किया जाएगा : धर्मसोत

- Advertisement -

इंडिया न्यूज, चंडीगढ़ :
प्रदेश के वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने 71वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव के अवसर पर लोगों को समर्पित कई अन्य परियोजनाओं का शुभारंभ किया, जिसमें पृथ्वी पर पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में वनों और पर्यावरण के महत्व पर जोर दिया गया है। धर्मसोत ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वन क्षेत्र के ह्रास और कृषि क्षेत्र में वृद्धि के परिणामस्वरूप राज्य में भूजल में गिरावट आ रही है और विकास गतिविधियों के कारण वायु और जल प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2030 तक वन क्षेत्र को 6.83 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत करने की योजना बनाई है। 2019 सेटेलाइट रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में वनावरण 11.63 वर्ग किमी बढ़ गया है। इस अवसर पर वन मंत्री ने विभिन्न सरकारी एजेंसियों जैसे डीआईएस / डीएफओ / अर्धसैनिक बलों / स्कूलों और गैर सरकारी संगठनों जैसे अन्य भागीदारों के सहयोग से एक करोड़ से अधिक पौधे लगाने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया। इसके अलावा, राज्य के नागरिकों को पेड़ों और जंगलों की सुरक्षा में सहयोग करने के लिए, एक नेत्र सुरक्षा मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया गया था, जिसके माध्यम से लोग वन संबंधी अपराधों से संबंधित शिकायतों को सीधे संबंधित अधिकारियों को भेज सकेंगे।
विरासत ए दरख्त योजना शुरू
राज्य के सबसे पुराने पेड़ों की सुरक्षा के लिए विरासत-ए-दरख्त योजना शुरू की गई अन्य परियोजनाओं में पुराने पेड़ों को विरासत पेड़ों का दर्जा दिया जाएगा। इससे नागरिकों को पेड़ों और जंगलों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही रेशम उत्पादन पर एक बड़ी परियोजना शुरू की गई जिसके तहत पठानकोट के 6 गांवों के लाभार्थियों को रेशमकीट पालन के लिए 46 घरों और 37500 शहतूत के पौधे लगाने में शामिल किया जाएगा, जिससे 116 लाभार्थी लाभांवित हुए। धर्मसोत ने सिसवान में एक प्रकृति जागरूकता शिविर का भी उद्घाटन किया। इसके अलावा नेचर इंटरप्रिटेशन सेंटर का भी शिलान्यास किया गया जिसमें शिवालिक क्षेत्र की वनस्पतियों और जीवों के बारे में पर्यटकों को जागरूक करने के लिए सुविधाजनक सुविधाएं होंगी।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर डीके तिवारी वित्तीय आयुक्त, वन, साधु सिंह संधू अध्यक्ष वन सहकारिता, विद्या भूषण कुमार पीसीसीएफ, जगमोहन सिंह कांग पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब, आरके मिश्रा मुख्य वन्यजीव वार्डन, परवीन कुमार, अतिरिक्त पीसीसीएफ (एफसीए) और सीईओ (सीएएमपीए), सौरभ गुप्ता अतिरिक्त पीसीसीएफ (विकास) उपस्थित थे।

SHARE
RELATED ARTICLES

Most Popular